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दूसरादिन
पूरीरातयहाँकभीतेज़तोकभीहल्कीबारिशचलतीरही।मौसमविभागकामानसूनआनेकीतारीख़काअनुमानलगताहैसहीथा।लेकिनहमनेबिनामौसमविभागकीसलाहकेहीयहाँकीयात्राकाकार्यक्रमपहलेहीबनालियाथा।आजसुबहलगभगसाढ़ेचारबजेहीआँखखुलीतोबाहरतेज़बारिशथी।मौसममेंअच्छीख़ासीठंडकथी।सभीसोएथेतोमैंभीपुनःरज़ाईमेंदुबकगया, इसइंतज़ारमेंकिकबसबकीसुबहहोऔरबाहरकानज़ारादेखूँ।
ख़ैर6 बजेकेपूर्वही श्रीमतीजीऔरबेटेनेभीआँखेखोलीतोबाहरबालकनी मेजाकरदेखा,ज़ोरदारबारिशहोरहीथी।सामनेकीपहाड़ीआधीबादलोंसेढकीथी।ठंडीहवालगतेहीगर्मगर्मचायनेअहसासकरायाकिइसमौसम की मैंअच्छीसाथीहूँ,तोगर्मागर्मचायकाआनन्दबालकनीमेंबैठकर, प्राकृतिकनज़ारोंऔरबारिशकीफुहारोंकेबीचहीलिया।
सुबहकेनाश्तेकेबादहीआजदूसरेदिनकीयात्राशुरूहुई।मौसमबड़ाहीसुहावनाथा।यहाँमानसूनकाआगमनहोगयाथा।कभीतेज़तोकभीहल्कीफुहारेंलगातारचालूथी।सूर्यदेवआजछुट्टीपरथे।
इसीबरसातकेबीचहमनेशनलपार्ककेमुख्यगेटपरपहुँचेतोबारिशओरतेज़होगई।मौसमकेपुर्वानुमानकेअनुसारहमछातेघरसेलेकरचलेथेलेकिनवेहोटलमेंहीरहगाएथे।बारिशकोदेखतेहुएएकछाताहमारेड्राइवरनेदेदियाथा, एकछातातुरन्तहीलियाक्योंकिछातेबेचनेवालेशायदइसीइंतज़ारमेंखड़ेथेकिज़रूरकुछलोगोंकोहमारीज़रूरतपड़ेगीहीइसलिएवेसेवामें हाज़िरथे।हालाँकिइसमेंसेवाकेसाथउनकेपेटकीआवश्यकताभीजुड़ीथी।वनविभागकीबसद्वारानेशनलपार्ककीयात्राकरनीथी।हमनेटिकिटलियाऔरहोगएरवाना,बड़ीउत्सुकताकेसाथ किवहाँकुछनयेजीवजंतुओसेमुलाक़ातहोगी।लेकिनटेढ़ेमेढ़ेरास्तोंसेबससीधीऊँचाइयोंपरचढ़तीचलीगई।यहरास्तावास्तवमेंबहुतहीख़तरनाकथा।ठीकसावधानीहटीऔरदुर्घटनाघाटीवाला।सिंगलसड़कथीएकबारमेंएकहीबसनिकलपातीथी।सामनेसेफ़ॉरेस्टकाहीकोईदूसरावाहनआतातोबड़ीसावधानीसेबस निकलपाती।लगभग20 मिनट्सकीबससवारीकेबादबससेउतरनापड़ा।हमेंबतायाकिआपअपनेगंतव्यस्थानपरपहुँचगएहैं।आगेकीयात्राआपस्वयंकरेंऔरचढ़जायेपहाड़ीपेकेवलसड़ककेरास्ते।
सभीचलपड़ेहमभीचलेलेकिनकिसीकोभीनहीपताथा किजानाकहाँहै? आगेक्या- क्याहैबसभेड़चालसेएककेपीछेएकचलदिया।रास्तेमेंकोईप्रकृतिकेसुंदरदृश्योंकोअपनेकेमरेमेंक़ैदकररहाथातोकोईइसजिज्ञासामेंबढ़ाचलाजारहाथाकिऊपरकीपहाड़ीपरपहलेमैंपहुँचकरदेखूँकीआख़िरयहाँक्याहैनेशनलपार्ककेनामपर?
लगभग1.5 km कीलहरातीसड़कपरऊपरचढ़नेकेबादवहाँएकबोर्डमिलाजिसपरलिखाथाhere is the limit . अच्छाहुआयहाँबोर्डलगादियावरनाहमारीलिमिटतोपतानहींकहाँ तकहंसकरसमाप्तहोती।वहाँसेवापस चलेतोरास्तेमेंमाउंटेनगोटमिली।उनकेचित्ररास्तेमेंलगेथेतोहमेंसमझमेंआगयाकिहमइतनीऊँचाईपरक्योंआए।
वैसेइतनीऊँचाईपरचढ़नावहाँकेमौसमऔरबादलोंकीलुकाछुपीदेखकरज़राभीनहींखला।बारिशकेकारणठंडकुछबढ़गईथी।
वापसीकेलिएपुनःबससेनीचेउतरेऔरवापसहमरीटैक्सीमेंबैठगएआगेकीयात्राकेलिए।
चायकेलिएअसमकानामहीमुख्यरूपसेजानाजाताहैलेकिनमैंनेयहाँदेखाकिमुख्यमार्गकेदोनोंओरचायकेबाग़ानहीबाग़ानथे।रास्तेमेंचायकीकम्पनीकेकईजगहचायबाज़ारकेबोर्डभीलगेथे।हमारेड्राइवरनेबतायाकीअगलापड़ावचायबनानेकीप्रक्रियादेखनेकाहीहै।
हमनेचायकीप्रोसेसिंगदेखीतोवहाँमालूमहुआकिचायकेपौधानहीं,पेड़होताहै।चीनमेंचायकापेड़लगभग3000सालसेभीअधिकपुरानाहैजबकिकेरलकीचायकेपेड़130 साल सेअधिकपुरानेहैं।यहाँउसचायकम्पनीकीतरह-तरहकीचायकीबिक्रीभीहोरहीथी।
वहाँसेरवानाहोकर माडुपट्टीडेमहोतेहुएफ़्लावेरशोमेंविविधतरहकेरंगबिरंगेफूलोंकोदेखकरप्रकृतिकेरचनाकारकोमनहीमनधन्यवाददिया।
हमेंमालूमहुआकीयहाँकथकलीनृत्यकामंचनएकथिएटरमेंहोताहैतोहमनेभीइसकलाकोनज़दीकसेदेखनेकामनबनायाऔरपहुँचगयेकथकलीनृत्यकाआनंदलेने।वास्तवमेंधन्यहैंवेकलाकारजोकिइसकलाकोजीवितरखानेमेंअपनाजीवनलगारहेहैं।
मौसमअभीभीवहीथाकभीबारिशतोकभीठंडीहवा।घटादेखकरलगाकिबारिशओरतेज़होनेवालीहैइसलिएशाम6 बजेहीवापसहोटलकीओररवानाहोगये।
डायोगेन्द्रमणिकौशिक
This Mantra realy gives lot of peace
ReplyDeleteplz visit mky blog
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Diwali
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