Monday, December 12, 2011
अन्ना नहीं ये आँधी है
बिन लाठी का गाँधी है
भ्रष्ट्राचार पे लगेगा अंकुश
सबने आशा बाँधी है ॥
गाँधी ने स्वराज दिलाया
हमें लगा सुराज है आया
हर हाथों को काम मिलेगा
नेकी का ईनाम मिलेगा
हर घर में खुशियां बोयेगें
भूखे न बच्चे सोऐगें
खेतों में खुशहाली होगी
हर घर में दीवाली होगी
सपनों में अब तक जीते थे
प्यास लगी आँसू पीते थे
जनसेवक बन गये शासक
जनता उनकी बाँदी है
भ्रष्ट्राचार पे लगेगा अंकुश
सबने आशा बाँधी है ॥
Tuesday, December 6, 2011
Thursday, November 3, 2011
Tuesday, March 29, 2011
मेरा भारत महान
मेरे देश का हर नेता चाहता है,
कि तुम भगत और आजाद बनो.
ताकि जवानी में ही तुम्हें
गोलियों से भून दिया जाऐ .
या
देश द्रोह के आरोप में
फाँसी पर लटका दिया जाऐ.
और
यह नेता नामक जीव
आराम से अपनी जेबें भरे
टेक्स का भार
निरीह जनता के माथे पर धरे.
इसीलिऐ
मेरे दोस्त ,
इन तथाकथित नेताओं की
मत सुनो
इनके लिऐ फाँसी के फन्दे को
मत चुनों.
अब कुछ ऐसा करो
जो इनके चेहरे से नकाब हट जाऐ
और फिर से
मेरा भारत महान कहलाऐ .
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